जो लोग अपने निवेश को बिना जोखिम के बढ़ता देखना चाहते हैं, उनके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) सबसे अच्छा विकल्प है। इसी तरह, सरकार समर्थित वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बेहतरीन निवेश विकल्प है। यह योजना सेवानिवृत्ति के लिए एक अच्छा फंड तैयार करने के लिए उत्कृष्ट है। इसके तहत निवेशकों को हर तिमाही ब्याज भी मिलता है।
यह है लाभ का गणित।
वरिष्ठ नागरिक बैंक एफडी या एससीएसएस में से किसे चुनें, यह एक बड़ा और महत्वपूर्ण प्रश्न है। इन योजनाओं में आप मासिक और एकमुश्त निवेश का विकल्प चुन सकते हैं। इसका मतलब है कि आप हर महीने कुछ रकम निवेश कर सकते हैं या अगर आपके पास पैसा है तो एक बार में बड़ी रकम भी निवेश कर सकते हैं। आइए एक उदाहरण से समझते हैं कि अगर आप 7,50,000 रुपये का निवेश करते हैं तो आपको स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की 5 साल की एफडी और एससीएसएस में से किसमें ज्यादा फायदा मिलेगा।
एसबीआई एफडी पर ब्याज दर
सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर: 3.50%-7.25% प्रति वर्ष
वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर: 4.00%-7.75% प्रति वर्ष
एसबीआई टैक्स सेविंग एफडी: 6.50% (सामान्य नागरिकों के लिए) और 7.50% (वरिष्ठ नागरिकों के लिए)
एसबीआई 5 वर्षीय एफडी गणना
जमा राशि: रु. 7,50,000
कुल अर्जित ब्याज: रु. 2,85,315
परिपक्वता राशि: रु. 10,35,315
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) की ब्याज दरें
वर्तमान दर (1 जनवरी 2024 से): 8.2% प्रति वर्ष
देय ब्याज: त्रैमासिक (1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर, 1 जनवरी)
एससीएसएस के लिए पात्रता मानदंड
60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग इसका लाभ उठा सकते हैं।
55 से 60 वर्ष की आयु के वे लोग जिन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) ली है, वे भी इसमें निवेश कर सकते हैं।
इस योजना के तहत संयुक्त खाता केवल पति/पत्नी के साथ ही खोला जा सकता है।
एससीएसएस जमा सीमा और कर लाभ
न्यूनतम जमा: रु. 1,000
अधिकतम जमा: रु. 30,00,000
कर लाभ: निवेश धारा 80सी के तहत कटौती के लिए पात्र है
एससीएसएस की गणना
परिपक्वता राशि: रु. 10,57,500
त्रैमासिक ब्याज: रु. 15,375
5 वर्षों में अर्जित कुल ब्याज: रु. 3,07,500
खाता कहां खुलता है?
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) में निवेश करना बहुत आसान है। इसके तहत किसी भी सरकारी बैंक या डाकघर में खाता खोला जा सकता है। एससीएसएस की अवधि 5 वर्ष है, लेकिन इसे 3 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। चूंकि इस योजना में तिमाही ब्याज दिया जाता है, इसलिए यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए नियमित आय का स्रोत बन जाता है।