आज भूकंप से जम्मू-कश्मीर की धरती हिल गई. कारगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं जिससे लोगों में दहशत फैल गई है. कहा जा रहा है कि लोगों ने उसे आसमान की ओर जाते हुए देखा। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई है. बताया जा रहा है कि भूकंप सुबह करीब 7.15 बजे आया.
दरवाजा और पंखा हिलते देख लोग घर से बाहर निकल पड़े। जोर-जोर से गड़गड़ाहट भी सुनाई दी। कारगिल में अचानक मौसम खराब हो गया. हालांकि, जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन लोगों में दहशत का माहौल है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने भूकंप की पुष्टि की और इसकी तीव्रता का अनुमान लगाया।
जम्मू-कश्मीर में 2 महीने में चौथा भूकंप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले 2 महीने में जम्मू-कश्मीर में 4 भूकंप आ चुके हैं. पिछले 1 मई को किश्तवाड़ में भूकंप आया था. आधी रात के करीब आये भूकंप के झटके से लोग सहम गये. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर करीब 3.4 मापी गई, लेकिन इस भूकंप से कोई हताहत या हताहत नहीं हुआ.इससे पहले 19 अप्रैल को कारगिल और लद्दाख क्षेत्र में भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3 थी. 18 अप्रैल को किश्तवाड़ में भी भूकंप आया था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4 थी. आज सुबह कारगिल सेक्टर में आए भूकंप के झटकों ने एक बार फिर भूवैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि कारगिल देश के संवेदनशील इलाकों में से एक है.
जम्मू-कश्मीर चौथे भूकंप जोन में शामिल है
भूवैज्ञानिकों ने भूकंप के खतरों को ध्यान में रखते हुए पूरे देश को 5 जोन में बांटा है. चौथे जोन में जम्मू-कश्मीर शामिल है. श्रीनगर राज्य के सबसे अधिक भूकंप संभावित शहरों में से एक है। पहाड़ी राज्य होने के कारण जम्मू-कश्मीर में भूकंप का खतरा भी रहता है।इस जोन में जम्मू-कश्मीर के अलावा लेह लद्दाख, मणिपुर का सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार-नेपाल सीमा क्षेत्र भी शामिल हैं। पिछले 6 महीनों की बात करें तो दिल्ली में कई बार भूकंप आ चुके हैं.