नई दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए सनसनीखेज कार बम ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को एक बड़ी सफलता मिली है। एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला इलाके से डॉक्टर बिलाल को गिरफ्तार किया है, जिसे इस पूरी साजिश के 'मुख्य पात्रों में से एक' माना जा रहा है। इस नवीनतम गिरफ्तारी के साथ, 10 नवंबर, 2025 को हुए इस आतंकी हमले के संबंध में अब तक बिलाल नसीर सहित कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
NIA अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में डॉक्टर बिलाल की भूमिका काफी अहम सामने आई है। एजेंसी का दावा है कि डॉ. बिलाल मल्ला ने न केवल धमाके की साजिश को आगे बढ़ाने में सीधी भूमिका निभाई, बल्कि मुख्य आरोपियों को पनाह देने और महत्वपूर्ण सबूतों को मिटाने के प्रयास में भी शामिल था।
मुख्य साजिशकर्ता को दी थी पनाह और लॉजिस्टिक सपोर्ट
जांच में हुए बड़े खुलासे के अनुसार, गिरफ्तार किए गए डॉ. बिलाल मल्ला ने कार ब्लास्ट में मारे गए मुख्य आरोपी डॉ. उमर उन नबी को पनाह दी थी। NIA ने बताया कि मल्ला केवल उमर को छिपाने में मदद नहीं कर रहा था, बल्कि उसे लॉजिस्टिकल सपोर्ट और सुरक्षित ठिकाने भी मुहैया करा रहा था।
NIA के अनुसार, मल्ला सबूतों को मिटाने की कोशिशों में भी सीधे तौर पर शामिल था। उसका उद्देश्य अन्य आरोपियों की पहचान को छिपाना और इस आतंकी साजिश की गहराई को दबाना था। एजेंसी इस बात की गहनता से जांच कर रही है कि किस तरह से डॉक्टर बिलाल, जो पेशे से एक चिकित्सक है, एक आतंकी नेटवर्क का हिस्सा बना और उसने इतने बड़े हमले में सक्रिय भूमिका निभाई।
सोची-समझी साजिश और व्यापक नेटवर्क
NIA ने यह स्पष्ट किया है कि लाल किले के पास हुआ यह धमाका किसी अचानक हुई घटना का नतीजा नहीं था। एजेंसी के मुताबिक, यह एक आतंकी नेटवर्क के तहत अंजाम दी गई योजनाबद्ध कार्रवाई थी। यह हमला दिल्ली को दहलाने की एक सोची-समझी साजिश थी।
एजेंसी अब उस विस्फोटक सामग्री, मुख्य संपर्कों के नेटवर्क और विशेष रूप से विदेशी फंडिंग चैनल्स की पड़ताल कर रही है, जिनका इस्तेमाल इस हमले की योजना में किया गया था। NIA अधिकारियों ने यह भी बताया कि जांच आगे बढ़ने के साथ ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है, क्योंकि तकनीकी सुराग और वित्तीय लेन-देन के ट्रेल्स एक व्यापक आतंकी मॉड्यूल की ओर इशारा कर रहे हैं।
NIA इस केस को अन्य केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर सुलझा रही है। डॉक्टर बिलाल की गिरफ्तारी को इस नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे इस बड़ी साजिश के पीछे छिपे अन्य चेहरों का जल्द ही खुलासा होने की उम्मीद है।