पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को एक बड़ा झटका लगा है। मुर्शिदाबाद जिले के डोमकल से TMC विधायक जफीकुल इस्लाम का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे बीते एक महीने से कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। जफीकुल इस्लाम के निधन की खबर से पार्टी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है।
2021 में बने थे विधायक
जफीकुल इस्लाम ने साल 2021 के विधानसभा चुनावों में डोमकल सीट से TMC के टिकट पर जीत हासिल की थी। वे क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे और स्थानीय विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते थे। हालांकि, उनके राजनीतिक जीवन के साथ-साथ कई विवादों और आरोपों का भी सामना उन्हें करना पड़ा।
शिक्षक भर्ती घोटाले में आया था नाम
जफीकुल इस्लाम का नाम पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में भी सामने आया था। CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) इस मामले की जांच कर रही थी और उन्होंने इस्लाम के घर पर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान करीब 35 लाख रुपये की नकदी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए थे।
इस्लाम ने जब्त की गई नकदी के बारे में सफाई दी थी कि वह जमीन बेचने से प्राप्त राशि थी। हालांकि, विपक्ष ने इस मामले को लेकर TMC सरकार और इस्लाम पर कई गंभीर सवाल खड़े किए थे।
जमीन से उठकर विधायक तक का सफर
जफीकुल इस्लाम की कहानी एक साधारण व्यक्ति के असाधारण राजनीतिक सफर की है। वे मुर्शिदाबाद के डोमकल क्षेत्र से ही ताल्लुक रखते थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने व्यवसाय शुरू किया। शुरुआत में वे मुरी (मुरमुरे) और आटा बेचते थे।
बाद में उन्होंने बीएड कॉलेज शुरू किया, जो धीरे-धीरे बढ़ते-बढ़ते एक शैक्षणिक साम्राज्य में तब्दील हो गया। मौजूदा समय में उनके पास करीब 10 कॉलेज बताए जाते हैं।
राजनीतिक करियर की शुरुआत पार्षद से
इस्लाम ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 2016 में डोमकल नगरपालिका से पार्षद के रूप में की थी। बाद में वे नगरपालिका के चेयरमैन भी बने। इसके बाद 2021 में उन्हें TMC की ओर से डोमकल सीट से टिकट मिला और उन्होंने चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे।
चुनाव प्रचार के दौरान विवाद
2021 के चुनाव प्रचार के दौरान जफीकुल इस्लाम एक बड़े विवाद में फंसे थे। उन पर माकपा समर्थकों को कुचलने का आरोप लगा था। घटना उत्तर शाहबाजपुर इलाके की है, जहां रात के समय इस्लाम का काफिला गया था और एक हादसे में कादर मंडल नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हुए थे।
वाम मोर्चा के नेता बिमान बोस ने इस्लाम पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर माकपा समर्थकों को कुचला है। हालांकि TMC ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
निष्कर्ष
जफीकुल इस्लाम का निधन TMC के लिए न केवल राजनीतिक नुकसान है, बल्कि उनके क्षेत्र डोमकल के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उन्होंने जमीन से उठकर एक मजबूत राजनीतिक और सामाजिक पहचान बनाई थी। हालांकि विवादों से उनका नाम जुड़ा रहा, लेकिन उनके प्रभाव और नेतृत्व क्षमता को नकारा नहीं जा सकता।
अब यह देखना होगा कि TMC उनके स्थान को कैसे भरती है और मुर्शिदाबाद की राजनीति में यह घटना क्या नया मोड़ लाती है।