पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में टैरिफ विवाद को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार, खासकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ का जवाब भारत को भी प्रभावी तरीके से देना चाहिए, ताकि देश के हितों की रक्षा हो सके।
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वे ट्रंप द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ के जवाब में अमेरिका पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाए। उनका मानना है कि अगर दुनिया के कई देश अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगा सकते हैं, तो भारत भी क्यों नहीं। उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए बताया कि चीन ने भी अमेरिका पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाकर मजबूत जवाब दिया, जिससे ट्रंप को झुकना पड़ा। केजरीवाल ने कहा कि हर देश ने अमेरिका के टैरिफ पर जवाब दिया है, भारत को भी इस पहल को आगे बढ़ाना चाहिए ताकि भारतीय आर्थिक हितों की रक्षा हो सके।
कपास पर बढ़ाई गई छूट की समयावधि को लेकर भी अरविंद केजरीवाल ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारत के किसान कर्ज लेकर कपास की पिराई करते हैं और उनकी फसल कटने के बाद, अक्टूबर 2025 से बाजार में कपास का स्टॉक आने लगेगा। अगर तब तक कपास पर अमेरिका से आयात पर छूट बढ़ाई जाती रही, तो पूरी इंडस्ट्री अमेरिकी कपास खरीद लेगी और भारतीय किसानों को नुकसान होगा। ऐसे में किसानों की मेहनत और निवेश बेकार हो जाएगा क्योंकि उनके उत्पाद का कोई खरीदार नहीं बचेगा। इसीलिए उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वे इस मामले में किसानों के हितों को प्राथमिकता दें।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर किसानों के साथ खड़ी है और केंद्र सरकार को चाहिए कि वह घरेलू उद्योगों और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए नीति बनाए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को जवाबी टैरिफ लगाने में देर नहीं करनी चाहिए ताकि विदेशी आर्थिक दबावों से देश को बचाया जा सके।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार की नीतियों को भी कटघरे में रखा और कहा कि मोदी सरकार विदेशी दबावों के आगे कमजोर पड़ रही है, जबकि देश की आर्थिक सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घरेलू उद्योग और किसानों को संरक्षित करना ही सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो देश के किसान और उद्योग दोनों ही बुरी तरह प्रभावित होंगे।
अंत में, अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि वे अमेरिका के टैरिफ पर कड़ा और निर्णायक जवाब दें। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस दिशा में सरकार का समर्थन करेगी और देश के किसानों और उद्योगों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
इस तरह, अरविंद केजरीवाल ने टैरिफ विवाद पर केंद्र सरकार की नीति पर सवाल उठाए और इसे देशहित के खिलाफ करार दिया। उन्होंने कहा कि यह समय एकजुट होकर विदेशी आर्थिक दबावों का सामना करने का है, जिससे भारत के किसानों और उद्योगों का भविष्य सुरक्षित हो सके।