मुंबई, 09 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान के चूरू जिले में बुधवार दोपहर भारतीय वायु सेना का एक जगुआर फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर राजलदेसर थाना क्षेत्र के भाणूदा गांव में हुआ, जहां विमान के क्रैश होते ही बड़ा इलाका मलबे से भर गया। इस दर्दनाक हादसे में विमान के पायलट और को-पायलट दोनों शहीद हो गए। पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि घटनास्थल पर दोनों जवानों के क्षत-विक्षत शवों के टुकड़े बरामद हुए हैं। हादसे से पहले तकनीकी खराबी की वजह से पायलट इजेक्ट नहीं कर पाए, जिससे उनकी जान नहीं बच सकी। भारतीय वायु सेना ने दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित कर दी है। हादसे का शिकार हुआ यह फाइटर जेट श्रीगंगानगर के पास स्थित सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान भरने वाला एक टू-सीटर ट्रेनी विमान था, जिसका उपयोग प्रशिक्षण के लिए किया जाता है। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने जोरदार धमाके की आवाज सुनी और घटनास्थल से धुआं उठता देखा। उन्होंने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किए गए। सेना का एक हेलिकॉप्टर भी घटनास्थल पर पहुंचा और उसे सड़क पर ही उतारा गया। अधिकारियों के अनुसार, हादसे के सटीक कारणों का खुलासा जांच पूरी होने के बाद किया जाएगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का दुखद समाचार मिला है। प्रशासन को तुरंत अलर्ट कर राहत कार्य में जुटने के निर्देश दिए गए हैं। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भी इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृत पायलटों की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस हादसे में शहीद हुए पायलट और को-पायलट को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को नमन किया। पिछले पांच महीनों में यह तीसरी बार है जब भारतीय वायुसेना का जगुआर फाइटर जेट देश के किसी हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, जिससे इन विमानों की तकनीकी स्थिति को लेकर चिंता बढ़ गई है।