झारखंड और राजस्थान के बीच हुए मुकाबले में जब टॉस हुआ, तो ईशान किशन की जगह कुमार कुशाग्र कप्तानी करने उतरे। कुशाग्र ने मैच के दौरान खुलासा किया कि ईशान किशन टीम छोड़कर अपने घर जा चुके हैं। बीसीसीआई ने उन्हें एहतियातन आराम (Precautionary Rest) देने का फैसला किया है। वे अब सीधे 2 जनवरी को टीम के साथ जुड़ेंगे।
1. आराम देने की असली वजह
ईशान किशन को आराम देने के पीछे बीसीसीआई की एक सोची-समझी रणनीति है। दरअसल, 2026 में टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन होना है और ईशान किशन भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं।
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चोट से बचाव: ईशान जिस आक्रामक अंदाज में खेल रहे हैं, बीसीसीआई उन्हें वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत सुरक्षित रखना चाहती है।
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न्यूजीलैंड सीरीज की तैयारी: आगामी न्यूजीलैंड टी20 सीरीज के लिए ईशान को पूरी तरह फिट और 'फ्रेश' रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
2. ईशान किशन की 'विस्फोटक' फॉर्म
ईशान किशन इस समय अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ लय में नजर आ रहे हैं। उनके हालिया आंकड़े किसी भी गेंदबाज के लिए डरावने सपने जैसे हैं:
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विजय हजारे ट्रॉफी: उन्होंने महज 34 गेंदों में शतक जड़कर सनसनी मचा दी। झारखंड के खिलाफ अपनी पारी में उन्होंने सिर्फ 39 गेंदों में 125 रन बनाए, जिसमें 14 गगनचुंबी छक्के शामिल थे।
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सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी: ईशान ने झारखंड को पहली बार चैंपियन बनाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 517 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट लगभग 200 का रहा।
3. टीम इंडिया के लिए अहम कड़ी
ईशान किशन का यह फॉर्म भारतीय टीम के लिए संजीवनी की तरह है। पिछले कुछ समय से टीम को एक ऐसे विकेटकीपर-बल्लेबाज की तलाश थी जो टॉप ऑर्डर में आकर निडर होकर बल्लेबाजी कर सके। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में सेंचुरी ठोककर उन्होंने साबित कर दिया है कि वे बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उनके द्वारा लगाए गए 33 छक्के उनकी पावर-हिटिंग क्षमता का प्रमाण देते हैं।