आजकल सोशल मीडिया पर कई ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं जो आम जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं और यही वजह है कि इन दिनों फैक्ट न्यूज का लगातार प्रमोशन हो रहा है. इस समय देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और लोग तिरंगा लेकर सड़कों पर घूम रहे हैं, इतना ही नहीं लोग तरह-तरह के आयोजनों की तैयारी कर रहे हैं. इसी बीच एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि भारत सरकार के निर्देशानुसार गरीबों को राशन के लिए 20 रुपये का झंडा खरीदने को मजबूर किया जा रहा है. वायरल हो रहे इस मैसेज में आगे कहा जा रहा है कि जो लोग झंडा नहीं खरीदेंगे उन्हें राशन नहीं दिया जाएगा. गरीब मजबूर होकर झंडा खरीद रहे हैं, लेकिन इस मामले में जब पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने जांच की तो यह पूरी तरह फर्जी निकला।
इस वायरल मैसेज को लेकर पीआईबी की टीम ने आगे कहा कि भारत सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है. पीआईबी की टीम ने आगे कहा, वे इस तरह के संदेश फैलाकर आम लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं. भारत सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। पीआईबी ने बताया कि सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने और तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के लिए एक राशन दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.