मुंबई, 08 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने यौन उत्पीड़न की घटना पर अपनी टिप्पणी के बाद माफी मांगी है। उन्होंने कहा,' मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो हमेशा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहता हूं। अगर मेरी बातों से किसी महिला को ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं और माफी मांगता हूं। जी परमेश्वर ने अपने बयान को गलत समझने और इसे और तोड़-मरोड़ कर पेश करने की बात कही। दरअसल, बेंगलुरु के एक वायरल वीडियो में एक युवक सड़क पर दो लड़कियों के पास जाकर उन्हें गलत तरीके से छूकर भागता हुआ दिखाई दिया था। वीडियो बेंगलुरु के बीटीएम लेआउट इलाके का है। घटना 3 अप्रैल की है। जिसके बाद जांच को लेकर पूछे गए सवाल पर जी परमेश्वर ने कहा था, इस तरह की घटनाएं बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में होती रहती हैं। इस वीडियो को लेकर भाजपा ने राज्य गृह मंत्री की आलोचना की, और इस्तीफे की मांग की थी। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और जी परमेश्वर से इस्तीफा मांगना चाहिए।’
वही, बीते दिन पूनावाला ने आरोप लगाया था कि परमेश्वर एक हमेशा अपने शब्दों से महिलाओं का अपमान करते है। भाजपा नेता पूनावाला ने कहा, ‘कर्नाटक कांग्रेस नेता ने देश को, विशेषकर राज्य की महिलाओं को झकझोर देने वाली घटना को महत्वहीन बताया। ये चौंकाने वाली, पितृसत्तात्मक, लिंगवादी और घृणित मानसिकता को दिखाती है। भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि कांग्रेस शासित राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि द्रौपदी के अपमान को एक छोटी सी घटना समझकर नजरअंदाज कर दिया गया था। हालांकि, आगे चलकर ये पांडवों और कौरवों के बीच युद्ध का कारण बना था। इस घटना को भी मामूली समझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। पूनावाला ने प्रियंका गांधी वाड्रा के स्लोगन "लड़की हूं, लड़ सकती हूं" पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘ये महज एक "खोखला दिखावा और नारा है। महिलाओं का अपमान करना ही कांग्रेस की पहचान है।’ उन्होंने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए इस्तेमाल किये गए विवादास्पद शब्द राष्ट्रपत्नी का भी हवाला दिया। हालांकि, रंजन चौधरी ने बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली थी।
दरअसल, मामले में अब तक पीड़ित की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है। बेंगलुरु पुलिस ने खुद एक्शन लेते हुए मामला दर्ज किया है। पिछले साल अगस्त में भी ऐसी ही एक घटना कैमरे में कैद हुई थी। बेंगलुरु के कोनानाकुंटे इलाके में एक महिला को एक व्यक्ति ने छेड़ा था। आरोपी कैब ड्राइवर को घटना के दो दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। पिछले साल साझा किए गए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2023 में बेंगलुरु में महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि देखी गई। महिलाओं के साथ अपराध मामले में पुलिस ने करीब 3,260 मामले दर्ज किए, जिनमें 1,135 मामले छेड़छाड़ के थे।