मुंबई, 06 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के पास मंगलवार सुबह 3 बजे 2 मकान ढह गए। इसमें ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी समेत 9 लोग मलबे में दब गए। 8 को सुरक्षित बाहर निकाला गया। 43 साल की एक महिला की मौत हो गई। हादसे के वक्त लोग सो रहे थे। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। NDRF बुलाई गई। 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला। जिस गली में हादसा हुआ, उसकी चौड़ाई महज 8 फीट है। ऐसे में वहां रेस्क्यू का पूरा काम मैनुअली हुआ। NDRF ने मलबे को हाथों से हटाया। इस वजह से रेस्क्यू में वक्त लग गया। दोनों घर मंदिर कॉरिडोर से महज 10 मीटर की दूरी पर हैं। इधर, पीएम मोदी ने कमिश्नर कौशल राज शर्मा से फोन पर बात की। कमिश्नर ने उन्हें बताया कि मृतक महिला और घायलों को मुआवजा दिया जाएगा। घायलों का बेहतर इलाज करवाया जा रहा है। वहीं, मकान मालिक मनीष गुप्ता ने आरोप लगाया कि जर्जर घरों की मरम्मत के लिए कई बार मंदिर के कार्यपालक अधिकारी को एप्लिकेशन दी। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 20 दिन पहले भी हमने कार्यपालक अधिकारी को एप्लिकेशन दी थी। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के जमाने से हम एप्लिकेशन देते आ रहे हैं, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई।
तो वहीं, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास खोवा गली में दोनों मकान अगल-बगल बने हुए थे। इनके मालिक राजेश और मनीष गुप्ता सगे भाई हैं। मकान 70-75 साल पुराने थे। दीवारें जर्जर हो चुकी थीं। मनीष गुप्ता का मकान 4 मंजिला, जबकि राजेश गुप्ता का मकान 3 मंजिला था। मनीष गुप्ता का मकान भरभराकर गिर पड़ा। थोड़ी देर बाद बगल में दूसरा मकान भी ढह गया। घर के बाहर मंदिर बना हुआ है, वह भी क्षतिग्रस्त हो गया। दीवार के पास ही पुलिस पिकेट बनी है। यहां तैनात महिला पुलिसकर्मी भी मलबे में दबकर घायल हो गई। मकान गिरते ही चीख पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि हम लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे, लेकिन मकान इस तरह से गिरे थे कि कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं कर रहा था। डर था कि जो दीवारें खड़ी हैं, वह भी न गिर जाए। थोड़ी देर में पुलिस भी पहुंच गई। NDRF को बुलाया गया।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया, मकान पुराने थे। इसमें दो परिवार रहते थे। एक रिलेटिव भी आए थे। 2 किराएदार भी रहते थे। हादसे के बाद तत्काल रेक्स्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला गया। साथ ही, हादसे में ज्ञानवापी चौकी में तैनात महिला कॉन्स्टेबल बिंदू देवी (20) घायल हुई हैं। उनके जबड़े में चोट आई है। बिंदू को BHU ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। अन्य घायलों में आजमगढ़ की सपना गुप्ता (26), पांचों पांडवा चौक निवासी रमेश गुप्ता (50), कुसुमलता गुप्ता (48), रितिका गुप्ता (23) , ऋषभ गुप्ता (24), मनीष गुप्ता (39), पूजा गुप्ता (36) , आर्यन गुप्ता (16) हैं। वहीं, मृतक महिला की पहचान 43 साल की प्रेमलता के रूप में हुई, वह भी आजमगढ़ की रहने वाली थी।