परसाद
परसाद थाना पुलिस ने राजस्थान,गुजरात,उत्तरप्रदेश व हरियाणा राज्य मे बॉर्डरो पर ओनलाईन फर्जी आरटीओ टैक्स काटने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया।
जिला पुलिस अधीक्षक उदयपुर राजीव पचार व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदयपुर ग्रामीण मुकेश सांखला व पुलिस उपअधीक्षक वृत सराडा डूंगर सिंह के निर्देशानुसार परसाद थानाधिकारी रमेश चन्द्र परमार द्वारा प्रकरण को री - ओपन कर अनुसंधान करते हुए आरोपी को गोरखपुर व हरियाणा से तलाश कर गिरफ्तार किया गया।
थानाधिकारी रमेश चन्द्र परमार के अनुसार 15 मार्च 2020 को प्रार्थी हमेर सिंह पुत्र पदम सिंह राजपूत निवासी बस्ती,पुलिस थाना सलूंबर, जिला उदयपुर हाल विजयलक्ष्मी ट्रैवल्स उदयपुर ने उपस्थित थाना हो एक लिखित रिपोर्ट इस आशय से पेश की कि 1 मार्च 2020 को समय करीब 11.30 बजे मैंने देव आसींद होटल पर आरटीओ के ऑनलाइन टैक्स जमा करवाने के लिए मैंने 42200 रुपया दिया मेरी बस विजयलक्ष्मी बस संख्या आरजे 27 पी.बी.0253 के ऑनलाईन गुजरात आरटीओ टैक्स जमा करवाने के लिए पैसे दिए थे पर पैसा जमा करने वाले ने पैसा जमा नहीं किया और नकली रसीद थमा दी जिससे गुजरात आरटीओ ने जप्त कर रखी है,अभियुक्त देव आसीन्द होटल परसाद पर बैठता था जिसका मोबाइल नंबर है और पता नहीं है।
जिस पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।जिसमें अभियुक्त राहुल (25) पुत्र प्रीति नाथ निवासी गढी पटी पुलिस थाना होडल जिला पलवल हरियाणा व हर्ष (20) उर्फ हरिराम पुत्र राजवीर सिंह निवासी भूलवाना पुलिस थाना होडल जिला पलवल हरियाणा को गिरफ्तार कर 03 योम पुलिस रिमांड प्राप्त कर पूछताछ जारी है।
तरीका वारदात:-
थानाधिकारी के अनुसार हर दोनो अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि हम अपने मोबाईल के गूगल में जाकर ऑनलाईन आरटीओ टैक्स मे जाकर परिवहन चेकपोस्ट 150 में जाने पर बॉर्डर टैक्स कलेक्शन का ऑप्शन आता है,उसमें जिस राज्य का टैक्स काटना है उस पर क्लिक करने पर व्हिकल अंदर स्टेट टैक्स खुलता है उसमें प्रफॉर्म आता है उसमें जिस वाहन का टैक्स काटना हो उसके रजिस्ट्रेशन नंबर भरते ही उस वाहन की पूरी डिटेल आती है जिसमें वाहन के चेचिस नंबर वाहन मालिक का नाम आता है वहीं से फिर दिनों के हिसाब से टैक्स देखते हैं जो ऑनलाईन आ जाता है फिर अगर फर्जी काट ना हो तो उसकी कॉपी करके फर्जी वाली साईड वाहन कोम साईड मे कॉपी करके रसीद निकाल देते है तथा रसीद के हिसाब से पैसे ले लेते है जो हमारे पास ही रहते है अगर ओरिजिनल रसीद काटते हैं तो हमारे खाते से सीधे पैसे कट जाते थे।प्रत्येक बॉर्डर पर 20 - 25 दिन काम करने के बाद स्थान परिवर्तन करते थे।
कार्यक्षेत्र:-
अभियुक्त द्वारा विगत 3 - 4 साल से उत्तरप्रदेश व हरियाणा में बॉर्डर पर वाहनों के ऑनलाइन टैक्स ओरिजनल के साथ कुछ टैक्स रसीदे फर्जी काटकर राजस्व का नुकसान व वाहन मालिकों के साथ धोखाघडी किया जाता था।
गठित टीम:-
थानाधिकारी रमेश चंद्र परमार,हैड कांस्टेबल गंभीर सिंह,कांस्टेबल राजकुमार,भगवत सिंह,अजय कुमार,साईबर सेल उदयपुर लोकेश कुमार।