भारत की दिग्गज महिला रेसलर विनेश फोगाट ने एक बड़ा और चौंकाने वाला फैसला लिया है। उन्होंने संन्यास से यू-टर्न लेने का ऐलान कर दिया है। विनेश फोगाट ने इसी साल अगस्त में इस खेल से दूरी बनाई थी और कुछ समय के लिए राजनीति में भी एंट्री की थी, लेकिन अब वह एक बार फिर कुश्ती के मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर करते हुए अपने फैंस के साथ ये अपडेट साझा किया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी निगाहें अब लॉस एंजिल्स में होने वाले 2028 ओलंपिक खेलों पर टिकी हैं।
आग कभी नहीं बुझती है'
उन्होंने आगे लिखा कि सन्नाटे और एकांत में उन्हें कुछ ऐसा मिला जिसे वह भूल गई थीं— "आग कभी नहीं बुझती है"। उन्होंने महसूस किया कि यह केवल थकावट और शोर के नीचे दबी हुई थी।
इस बार, विनेश फोगाट को अपने बेटे से भी प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने आगे कहा, "और इस बार, मैं अकेले नहीं चल रही हूं, मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा, 2028 ओलंपिक की इस राह पर मेरा छोटा चीयरलीडर।"
पहले ओलंपिक मेडल की तलाश
विनेश फोगाट के लिए पेरिस ओलंपिक एक बुरा सपना साबित हुआ था। पेरिस ओलंपिक में शानदार कुश्ती की नुमाइश करते हुए विनेश ने महिलाओं के 50 किलो कैटेगरी के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी। लेकिन, फाइनल से कुछ घंटे पहले उन पर ओवरवेट होने का आरोप लगा और वह डिस्क्वालिफाई कर दी गईं।
इसके चलते वह ऐतिहासिक ओलंपिक मेडल से चूक गई थीं। इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक (2016) और टोक्यो ओलंपिक (2020) में भी हिस्सा लिया था, लेकिन वह मेडल नहीं जीत सकी थीं। ऐसे में, वह अपने करियर का पहला ओलंपिक मेडल जीतने के लिए एक बार फिर ये कोशिश करने के लिए तैयार हैं, और फैंस को उम्मीद है कि 2028 में उनकी यह तलाश पूरी होगी।