ताजा खबर
आतंकी तहव्वुर राणा को लेकर भारत आ रही फ्लाइट लेट, 3 बजे तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद   ||    ‘तहव्वुर राणा को मुंबई के भरे चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए’, MP प्रियंका चतुर्वेदी ने बताई ये वजह   ||    नाराज मुस्लिम समुदाय को मनाने की कोशिश, BJP देश भर में चलाएगी ‘वक्फ सुधार जनजागरूकता अभियान’   ||    वक्फ संशोधन कानून से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई की तारीख तय, CJI करेंगे बेंच की अध्यक्षता   ||    मणिपुर में फिर लगा कर्फ्यू, स्कूल और बाजार-दुकानें बंद; जानें अब क्यों आपस में भिड़े 2 गुट?   ||    तहव्वुर राणा कब तक पहुंचेगा भारत? दिल्ली की तिहाड़ जेल में चल रही तैयारी   ||    पहले पूर्व पति फिर पूर्व प्रेमी को मारी गोली, महिला जज के कारनामे ने मचा दी सनसनी; जानें पूरा मामला   ||    अफगानियों के पीछे पड़ा पाकिस्तान, छीन रहा सम्मान! सैकड़ों लोगों को रोज किया जा रहा है गिरफ्तार   ||    दर्द और मातम दे गया डोमिनिकन रिपब्लिक में हुआ हादसा, बढ़ रहा मृतकों का आंकड़ा; अब तक 184 लोगों की हु...   ||    इजरायल या अमेरिका? ईरान न्यूक्लियर जिद नहीं छोड़ता तो कौन करेगा हमला, पता चल गया   ||    US-China के बीच भड़का ट्रेड वॉर, ट्रंप ने चीन को दिया तगड़ा झटका, लगाया 125% टैरिफ   ||    टैरिफ पर ट्रंप का बड़ा ऐलान; 75 देशों में 90 दिन की रोक, पर चीन भुगतेगा परिणाम   ||    IPL 2025: मैदान के बाहर से आशीष नेहरा ने पलटा मैच? GT के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ ये विकेट   ||    RCB vs DC: विराट कोहली के पास इतिहास रचने का मौका, 1 अर्धशतक लगाते ही हिल जाएगी रिकॉर्ड बुक   ||    IPL 2025: ‘जब तक आप IPL नहीं जीत लेते…’ हेड कोच जस्टिन लैंगर पर क्या बोल गए थे संजीव गोयनका?   ||    ट्रंप के एक ऐलान से Elon Musk की भर गई झोली, एक ही झटके में कमा डाले 35.9 अरब डॉलर   ||    90 दिन की राहत से यूएस स्टॉक मार्केट में जबरदस्त उछाल, भारत के लिए क्या संकेत?   ||    अपनी राशि के अनुसार गुरु प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, पूरी होंगी आपकी मनोकामनाएं!   ||    Fact Check: क्या PM मोदी होने वाले हैं रिटायर? सोशल मीडिया पर वायरल हुई फर्जी पोस्ट   ||    एक देश ऐसा जहां तलाक लेना गैर कानूनी, प्यार न होते हुए भी मजबूरी में निभाना पड़ता है रिश्ता   ||    +++ 
आतंकी तहव्वुर राणा को लेकर भारत आ रही फ्लाइट लेट, 3 बजे तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद   ||    ‘तहव्वुर राणा को मुंबई के भरे चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए’, MP प्रियंका चतुर्वेदी ने बताई ये वजह   ||    नाराज मुस्लिम समुदाय को मनाने की कोशिश, BJP देश भर में चलाएगी ‘वक्फ सुधार जनजागरूकता अभियान’   ||    वक्फ संशोधन कानून से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई की तारीख तय, CJI करेंगे बेंच की अध्यक्षता   ||    मणिपुर में फिर लगा कर्फ्यू, स्कूल और बाजार-दुकानें बंद; जानें अब क्यों आपस में भिड़े 2 गुट?   ||    तहव्वुर राणा कब तक पहुंचेगा भारत? दिल्ली की तिहाड़ जेल में चल रही तैयारी   ||    पहले पूर्व पति फिर पूर्व प्रेमी को मारी गोली, महिला जज के कारनामे ने मचा दी सनसनी; जानें पूरा मामला   ||    अफगानियों के पीछे पड़ा पाकिस्तान, छीन रहा सम्मान! सैकड़ों लोगों को रोज किया जा रहा है गिरफ्तार   ||    दर्द और मातम दे गया डोमिनिकन रिपब्लिक में हुआ हादसा, बढ़ रहा मृतकों का आंकड़ा; अब तक 184 लोगों की हु...   ||    इजरायल या अमेरिका? ईरान न्यूक्लियर जिद नहीं छोड़ता तो कौन करेगा हमला, पता चल गया   ||    US-China के बीच भड़का ट्रेड वॉर, ट्रंप ने चीन को दिया तगड़ा झटका, लगाया 125% टैरिफ   ||    टैरिफ पर ट्रंप का बड़ा ऐलान; 75 देशों में 90 दिन की रोक, पर चीन भुगतेगा परिणाम   ||    IPL 2025: मैदान के बाहर से आशीष नेहरा ने पलटा मैच? GT के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ ये विकेट   ||    RCB vs DC: विराट कोहली के पास इतिहास रचने का मौका, 1 अर्धशतक लगाते ही हिल जाएगी रिकॉर्ड बुक   ||    IPL 2025: ‘जब तक आप IPL नहीं जीत लेते…’ हेड कोच जस्टिन लैंगर पर क्या बोल गए थे संजीव गोयनका?   ||    ट्रंप के एक ऐलान से Elon Musk की भर गई झोली, एक ही झटके में कमा डाले 35.9 अरब डॉलर   ||    90 दिन की राहत से यूएस स्टॉक मार्केट में जबरदस्त उछाल, भारत के लिए क्या संकेत?   ||    अपनी राशि के अनुसार गुरु प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, पूरी होंगी आपकी मनोकामनाएं!   ||    Fact Check: क्या PM मोदी होने वाले हैं रिटायर? सोशल मीडिया पर वायरल हुई फर्जी पोस्ट   ||    एक देश ऐसा जहां तलाक लेना गैर कानूनी, प्यार न होते हुए भी मजबूरी में निभाना पड़ता है रिश्ता   ||    +++ 

कोरोना जैसी घातक बीमारी से 50 लोगों की मौत, इस देश में रहस्यमयी बीमारी से मचा कोहराम

Photo Source :

Posted On:Thursday, February 27, 2025

अफ्रीकी देश कांगो (DRC) में एक रहस्यमयी बीमारी ने दहशत फैला दी है। इस बीमारी की शुरुआत तब हुई जब तीन बच्चों ने चमगादड़ खाया और इसके बाद तेजी से मामले बढ़ने लगे। अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, और मरीजों की हालत इतनी गंभीर है कि अधिकतर की जान 48 घंटों के अंदर चली जाती है। इस बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, उल्टी और आंतरिक रक्तस्राव शामिल हैं। वैज्ञानिक भी इस बीमारी को लेकर हैरान हैं क्योंकि जांच में इबोला, मारबर्ग और येलो फीवर जैसे वायरस नहीं मिले हैं। इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अलर्ट जारी किया है।

बीमारी की भयावहता

कांगो (DRC) में इस रहस्यमयी बीमारी ने चिंता बढ़ा दी है। यह बीमारी सबसे पहले तब सामने आई जब तीन बच्चों ने चमगादड़ खाया, जिसके बाद इसका तेजी से फैलना शुरू हो गया। इस बीमारी से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कुल 431 मामले दर्ज किए गए हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने बताया कि ये मामले इक्वेटर प्रांत के दूरस्थ गांवों में मिले हैं।

इस बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, उल्टी और आंतरिक ब्लीडिंग शामिल हैं। सबसे खतरनाक बात यह है कि मरीजों की मौत केवल 48 घंटों के अंदर हो रही है। डॉक्टर सर्ज नगालेबातो ने कहा कि लक्षण दिखने के बाद इतनी जल्दी मौत होना बेहद चिंताजनक है। WHO इस बीमारी की जांच कर रहा है, लेकिन दूरस्थ इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से चुनौती और बढ़ गई है।

बीमारी के असली कारण की तलाश

शोधकर्ताओं ने इस रहस्यमयी बीमारी में "हैमरेजिक फीवर" जैसे लक्षण देखे हैं। ये लक्षण आमतौर पर इबोला, मारबर्ग और येलो फीवर जैसी खतरनाक बीमारियों में पाए जाते हैं। लेकिन अब तक किए गए टेस्ट में इन वायरस को इस बीमारी की वजह नहीं माना गया है, जिससे इसका असली कारण अब भी अज्ञात है।

WHO के वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह कोई नया संक्रमण है या किसी जहरीले पदार्थ का असर। विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल कांगो में "डिजीज एक्स" की वजह से 143 लोगों की मौत हुई थी। इससे साफ है कि नए संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं और इन्हें रोकना मुश्किल हो रहा है।

इंसानों तक क्यों पहुंच रही हैं जानवरों की बीमारियां?

पिछले कुछ सालों में जानवरों से इंसानों में फैलने वाली बीमारियां, जिन्हें जूनोटिक डिजीज कहा जाता है, तेजी से बढ़ी हैं। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 10 सालों में ऐसी बीमारियां 60% ज्यादा हुई हैं। इसका सबसे बड़ा कारण जंगलों का कटना, जीव-जंतुओं की संख्या कम होना और मौसम में बदलाव है। इससे इंसानों और जंगली जानवरों का आमना-सामना ज्यादा होने लगा है।

कांगो जैसे देशों में स्वास्थ्य सुविधाएं कमजोर हैं, जिससे यह बीमारी और ज्यादा फैल सकती है। वहां कई जगहों पर लोग जंगली जानवरों का मांस (बुशमीट) खाते हैं, जिससे इबोला, एचआईवी और सार्स जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

WHO की चेतावनी और आगे की रणनीति

WHO का कहना है कि इस रहस्यमयी बीमारी को रोकने के लिए जल्द और सख्त कदम उठाने होंगे, ताकि यह महामारी न बन जाए। इस संक्रमण के स्रोत का पता लगाना और उसकी रोकथाम करना बेहद जरूरी है।

वैज्ञानिक लगातार इस बीमारी की जांच कर रहे हैं और जल्द ही इसके असली कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। WHO ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीम भेजी है।

निष्कर्ष

कांगो में फैली इस रहस्यमयी बीमारी ने पूरी दुनिया को चिंता में डाल दिया है। वैज्ञानिक, डॉक्टर और स्वास्थ्य संगठन इस बीमारी के कारणों और उपचार के तरीकों की खोज में जुटे हुए हैं। जब तक इस बीमारी का असली कारण नहीं पता चलता, तब तक सावधानी बरतना ही इसका एकमात्र उपाय है।


उदयपुर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Udaipurvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.