अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एआई विशेषज्ञ और पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ साक्षात्कार का लिंक साझा किया। साक्षात्कार में, पीएम मोदी ने ट्रम्प के साथ अपनी पिछली बैठकों के बारे में बात की, ह्यूस्टन में 2019 के “हाउडी मोदी” कार्यक्रम, व्हाइट हाउस की अपनी यात्रा और पिछले साल ट्रम्प पर हुए हत्या के प्रयास जैसे महत्वपूर्ण क्षणों को याद किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के समर्पण की प्रशंसा की
साक्षात्कार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प की अपने देश के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता की प्रशंसा की, विशेषकर पिछले वर्ष उन पर हुए हत्या के प्रयास के बाद। मोदी ने याद दिलाया कि कैसे अमेरिकी चुनाव प्रचार के दौरान गोली लगने के बाद भी ट्रम्प मजबूत और दृढ़ रहे। "जब हालिया अभियान के दौरान उन्हें गोली मारी गई, तो मैंने उसी दृढ़ निश्चयी और दृढ़निश्चयी राष्ट्रपति ट्रम्प को देखा, जो उस स्टेडियम में मेरे साथ हाथ में हाथ डालकर चल रहे थे। गोली लगने के बाद भी वह अमेरिका के प्रति अडिग रूप से समर्पित रहे। मोदी ने कहा, ‘‘उनका जीवन देश के लिए था।’’
साझा विचारधाराएँ: ‘अमेरिका प्रथम’ और ‘भारत प्रथम’
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प के "अमेरिका फर्स्ट" और उनके "इंडिया फर्स्ट" दृष्टिकोण के बीच समानताओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि अपने देशों को प्राथमिकता देने पर उनके साझा फोकस ने उनके बीच मजबूत संबंध बनाने में मदद की है। "उनके प्रतिबिंब ने उनकी अमेरिका प्रथम की भावना को दर्शाया, ठीक वैसे ही जैसे मैं राष्ट्र प्रथम में विश्वास करता हूं।" मोदी ने बताया, ‘‘मैं भारत सर्वप्रथम के पक्ष में हूं और इसीलिए हम इतने अच्छे से जुड़ते हैं।’’
उन्होंने कहा, "लोगों को वास्तव में एक-दूसरे से मिलने या व्यक्तिगत रूप से एक-दूसरे को जानने का मौका शायद ही कभी मिलता है और शायद तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप ही तनाव का असली कारण है।"
'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का यादगार पल
मोदी ने 2019 में ह्यूस्टन में “हाउडी मोदी” कार्यक्रम में एक साथ बिताए समय को याद किया, जहां उन्होंने भारी भीड़ के सामने भाषण दिया था। उन्होंने ट्रम्प की विनम्रता की सराहना की तथा बताया कि जब वे मंच से बोल रहे थे तो ट्रम्प दर्शकों के बीच बैठे रहे। मोदी ने कहा, "जब मैं मंच से बोल रहा था, तब अमेरिका के राष्ट्रपति श्रोतागण में बैठे थे, यह उनकी ओर से एक उल्लेखनीय भाव-भंगिमा थी।"
कार्यक्रम में ट्रम्प का भरोसा और साहस
अपने भाषण के बाद मोदी ने सुझाव दिया कि वे भीड़ का अभिवादन करने के लिए स्टेडियम में घूमें। कड़ी सुरक्षा के बावजूद ट्रम्प ने बिना किसी हिचकिचाहट के अपना आत्मविश्वास और साहस दिखाते हुए सहमति दे दी। मोदी ने कहा, ‘‘अमेरिकी जीवन में राष्ट्रपति के लिए हजारों लोगों की भीड़ में चलना लगभग असंभव है, लेकिन बिना एक पल की भी हिचकिचाहट के, वह सहमत हो गए और मेरे साथ चलने लगे।’’
उन्होंने इसे एक "वास्तव में मार्मिक" क्षण बताया, जो ट्रम्प के उन पर विश्वास और सुरक्षा चिंताओं के बिना भीड़ में जाने के उनके साहस को दर्शाता है।
ट्रम्प के दयालु हाव-भाव और उनकी मजबूत दोस्ती
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प की दयालुता की भी प्रशंसा की तथा कहा कि ट्रम्प अपना पहला कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी हमेशा उनकी मित्रता का जिक्र करते थे। मोदी ने कहा, "जब भी हम दोनों का कोई परिचित उनसे मिलता था, तो वे कहते थे, 'मोदी मेरे मित्र हैं, उन्हें मेरा प्रणाम कहिए।' इस तरह का भाव दुर्लभ है।"
ट्रम्प की दूसरे कार्यकाल के लिए तैयारी
मोदी ने कहा कि ट्रम्प अपने दूसरे कार्यकाल के लिए कहीं अधिक तैयार हैं तथा उनके मन में स्पष्ट योजना और लक्ष्य हैं। "इस बार वह पहले से कहीं अधिक तैयार दिख रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘‘उनके दिमाग में स्पष्ट रोडमैप है और कदम भी स्पष्ट रूप से तय हैं।’’
प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ बैठकें
अपनी हालिया अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई प्रभावशाली लोगों से मुलाकात की, जिनमें टेक अरबपति एलन मस्क, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और अन्य शामिल थे। उन्होंने विशेष रूप से एलन मस्क के साथ हुई गर्मजोशीपूर्ण एवं मैत्रीपूर्ण मुलाकात की प्रशंसा की, जो अपने परिवार के साथ आए थे।