Fact Check: G-7 समिट के बीच कनाडा में खालिस्तानियों की गिरफ्तारी का वायरल वीडियो असत्य है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ सिख युवकों को खालिस्तानी झंडे के साथ सड़क किनारे खड़ा दिखाया गया है। वीडियो में पुलिसकर्मी खालिस्तानियों से झंडा छीनते हुए उन्हें गिरफ्तार करते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह घटना कनाडा की है, जहां G-7 समिट से ठीक पहले खालिस्तानियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई है।
लेकिन क्या यह दावा सच है? इंडिया टीवी की जांच में इस वायरल वीडियो के साथ जुड़े दावे को पूरी तरह खारिज किया गया है।
पीएम मोदी का G-7 समिट और कनाडा का संदर्भ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 जून 2025 को कनाडा के कनैनिस्किस में G-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस सम्मेलन में दुनिया के सात प्रमुख देश – अमेरिका, कनाडा, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और इटली – भाग लेते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को इसी घटना से जोड़ा जा रहा है।
वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है?
जांच में पता चला कि यह वीडियो कनाडा का नहीं बल्कि न्यूयॉर्क, अमेरिका का है। यह वीडियो सितंबर 2024 का है, जब पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर थे। उस समय न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी में एक खालिस्तानी प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार किया गया था।
इंडिया टीवी ने वीडियो के कीफ्रेम्स का रिवर्स इमेज सर्च कर संबंधित खबरें खोजीं, जहां वीडियो का स्क्रीनशॉट भी मौजूद था। ये खबरें पुष्टि करती हैं कि वीडियो हाल का नहीं बल्कि करीब एक साल पुराना है।
न्यूयॉर्क में क्या हुआ था?
सितंबर 2024 में न्यूयॉर्क के ‘Nassau Veterans Memorial Coliseum’ में प्रधानमंत्री मोदी का एक कार्यक्रम था। उसी दौरान कुछ खालिस्तानी प्रदर्शनकारी वहां विरोध प्रदर्शन करने आए थे। पुलिस ने भड़काऊ बैनर हटा दिए और प्रदर्शनकारियों को ‘फ्री स्पीच जोन’ में भेज दिया। इसके अलावा एक प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार भी किया गया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
निष्कर्ष
फैक्ट चेक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर कनाडा में G-7 समिट से पहले खालिस्तानियों की गिरफ्तारी का जो दावा किया जा रहा है, वह पूरी तरह गलत और भ्रामक है। वायरल वीडियो न्यूयॉर्क का है और इसकी घटना पीएम मोदी के 2024 के अमेरिका दौरे के दौरान हुई थी।
सलाह
ऐसी अफवाहों और झूठे दावों से सावधान रहें। किसी भी वायरल खबर या वीडियो को बिना जांचे-परखे साझा न करें। सोशल मीडिया पर फैले गलत सूचनाओं से बचना और सही जानकारी के लिए भरोसेमंद स्रोतों से ही खबर लेना जरूरी है।